Rajnath Singh on PoK in CII Summit : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीआईआई सम्मेलन में आतंकवाद पर पाकिस्तान को सख्त संदेश किया। उन्होंने कहा कि पीओके के लोग हमारे अपने हैं, हम एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध हैं। वो दिन दूर नहीं जब पीओके खुद आएगा।
उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के लोग हमारे अपने हैं, हमारे परिवार का हिस्सा हैं। हम 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संकल्प के लिए प्रतिबद्ध है और हमें यह पूर्ण विश्वास है कि हमारे वो भाई जो आज हमसे भौगोलिक और राजनीतिक रूप से अलग है, वे भी अपने स्वाभिमान, आत्मा की आवाज और स्वेच्छा से भारत की मुख्य धारा में कभी न कभी जरुर वापस लौटेगें। वहां के अधिकांश लोग भारत के साथ गहरा जुड़ाव महसूस करते है, कुछ गिने चुने ही हैं, जिन्हें भटकाया गया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि PoK में रहने वाले हमारे इन भाइयो की स्थिति कुछ ऐसे ही है, जैसे वीर योद्धा महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह की थी। छोटे भाई शक्ति सिंह के अलग हो जाने पर भी बड़े भाई महाराणा प्रताप का विश्वास अपने छोटे भाई के प्रति बना रहता है और वो बड़े विश्वास से कहते हैं- तब कुपंथ को छोड़ सुपथ पर स्वयं चला आएगा। मेरा ही भाई है, मुझसे दूर कहां जाएगा।
PoK में रहने वाले हमारे इन भाइयो की स्थिति कुछ ऐसे ही है, जैसे वीर योद्धा महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह की थी। छोटे भाई शक्ति सिंह के अलग हो जाने पर भी बड़े भाई महाराणा प्रताप का विश्वास अपने छोटे भाई के प्रति बना रहता है और वो बड़े विश्वास से कहते हैं-
“तब कुपंथ को छोड़…
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 29, 2025
उन्होंने कहा कि भारत हमेशा ही दिलों को जोड़ने की बात करता है, और हमें विश्वास है कि प्रेम, एकता और सत्य के मार्ग पर चलकर वो दिन दूर नहीं जब हमारा ही अंग PoK स्वयं लौटकर कहेगा, मैं भारत ही हूं, मैं वापस आया हूं। PoK की भारत से एकजुटता इस देश की सांकृतिक, समाजिक और आर्थिक समृद्धि पर निर्भर करती है
राजनाथ ने कहा कि भारत का रक्षा निर्यात 10 साल पहले 1000 करोड़ रुपए से भी कम था; अब यह 23,500 करोड़ रुपए के रिकॉर्ड आंकड़े पर पहुंच गया है। आज हम सिर्फ लड़ाकू विमान या मिसाइल प्रणाली नहीं बना रहे हैं; हम नए युग की युद्ध तकनीक के लिए भी तैयारी कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की स्वदेशी प्रणालियों ने पूरी दुनिया को चकित कर दिया, क्योंकि हमारी रक्षा प्रणालियों ने अपनी पूरी ताकत दिखाई।
उन्होंने कहा कि आपने देखा कि किस तरह, हमने पहले आतंकी ठिकानों को, और उसके बाद दुश्मन के सैन्य अड्डों, एयरबेसों को तबाह किया। करने को हम और भी बहुत कुछ कर सकते थे, परंतु शक्ति और संयम, इन दोनों के समन्वय का, हमने दुनिया के सामने एक शानदार उदाहरण पेश किया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि आज यह सिद्ध हो चुका है कि रक्षा क्षेत्र में मेक-इन-इंडिया भारत की सुरक्षा और समृद्धि दोनों के लिए आवश्यक है। आतंकवाद का कारोबार लाभ देने वाला नहीं है; बल्कि इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, पाकिस्तान को आज इसका एहसास हो गया है।