उन्होंने कहा कि लेकिन आज हम आजाद हैं। हमें उसे फिर से बनाने का अधिकार है जिसे नष्ट किया गया था, क्योंकि वे सिर्फ मंदिर नहीं थे बल्कि हमारी पहचान के प्रतीक थे। भागवत ने कहा कि यदि (अयोध्या में) राम मंदिर फिर से नहीं बनाया गया तो हमारी संस्कृति की जड़ें कट जाएंगी। इसमें कोई शक नहीं कि मंदिर वहीं बनाया जाएगा, जहां वह पहले था।
गौरतलबल है कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद सु्प्रीम कोर्ट में है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्हें देश के कई हिस्सों में हुई हालिया जातिगत हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया। भागवत ने कहा कि जिनकी दुकानें बंद हो गईं (जो चुनाव में हार गए) वे अब लोगों को जाति के मुद्दों पर लड़ने के लिए उकसा रहे हैं।