सूत्रों का दावा है कि मुलायम और रामगोपाल के बीच हुई बातचीत के बीच कोई तीसरा मौजूद नहीं था। माना जाता है कि दोनों के बीच पार्टी को मजबूत करने की दिशा में चर्चा हुई होगी। सपा में छिड़े संग्राम के बाद लंबे समय से दोनों भाइयों के बीच कोई मुलाकात नहीं हुई थी। इसीलिए इस मुलाकात के राजनीतिक मायने ढूंढे जा रहे हैं।