श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भी करोना वायरस के चलते लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद श्रीराम जन्मभूमि पर विराजमान रामलला को उनके अस्थायी मंदिर में शिफ्ट करने के लिए पूजा-पाठ चालू हो गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह 7 बजे से ही 15 वैदिक विद्वान रामलला के गर्भगृह में पूजा-अनुष्ठान शुरू कर दिया हैं, जो रात्रि 11 बजे तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि नवरात्र के प्रथम दिन रामलला अपने नए मंदिर में नए आसन पर विराजमान होंगे। चांदी के सिंहासन पर भगवान राम अपने चारों भाइयों के साथ बाल स्वरूप दर्शन देंगे। यह सिंहासन अयोध्या के राजपरिवार द्वारा रामलला को भेंट किया गया है, जिसकी लंबाई पच्चीस इंच, चौड़ाई 15 इंच और ऊंचाई चौबीस इंच है।