राफेल मामले पर प्रकाश जावड़ेकर बोले, झूठ का हुआ राजफाश, कांग्रेस चाहती है सौदा हो रद्द...

सोमवार, 17 दिसंबर 2018 (19:07 IST)
लखनऊ। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा राफेल विमान मामले में झूठ का राजफाश करने के बाद अब इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की कोई आवश्यकता नहीं है।


जावड़ेकर ने सोमवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय जेपीसी से ऊपर है। कांग्रेस चाहती थी कि राफेल सौदा समझौता रद्द हो जाए। देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि इस सौदे में कोई अनियमितता नहीं है। अब इस मामले की जांच की कहां आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार संसद में चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन कांग्रेस इसका सामना करने से भाग रही थी, क्योंकि उन्हें पता था कि उनकी झूठ का पता चल जाएगा।

उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों में राफेल के कारण कोई प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा की हार स्थानीय मुद्दों के कारण हुई। हमारी पार्टी का वोट प्रतिशत बढ़ा। वोटों में हमारी कमी नहीं रही, लेकिन हम अपनी सीटों की संख्या नहीं बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि कई जगह पर झूठा प्रचार किया गया। हम झूठ की कैंपेन का जोरदार जवाब देंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार तो भ्रष्टाचार में चरम तक डूबी थी। नरेंद्र मोदी सरकार में एक भी घोटाला नहीं हुआ है। राफेल विमान डील को लेकर कांग्रेस के झूठ की पोल खुल गई। सच्चाई की जीत हुई है। इस बार रक्षा सौदा किसी बिचौलिए के माध्यम से नहीं हुआ है। सरकार ने सीधी खरीद की है। राफेल का सौदा सरकारों के बीच हुआ है। इसके बाद भी कांग्रेस ने मामले को बेकार में तूल दिया। उच्चतम न्यायालय ने सारी स्थिति साफ कर दी है।

उन्होंने कहा कि देश की शीर्ष अदालत ने साफ कहा है कि देश को अच्छे विमानों की जरूरत है। जावड़ेकर ने कहा कि 60 हजार में से 30 हजार करोड़ का माल भारतीय कंपनियों से खरीदा गया। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)सरकार ने जो कीमत तय की थी उससे नौ फीसदी कम रही। राफेल की खरीद 20 फीसदी कम कीमत में की गई।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने झूठ पर झूठ बोलने की मुहिम चलाई है। झूठ बोलो और जोर से बोलो, लेकिन उच्चतम न्यायालय के फैसले से झूठ का राजफाश हो गया। कांग्रेस को फैसले के बाद देश से और सेना से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस भारत विरोधी शक्तियों के हाथों में खेल रही है। कांग्रेस के हर रक्षा सौदे में बिचौलिया था। राफेल में भी कांग्रेस की सरकार में इसलिए सौदा तय नहीं हुआ क्योंकि बिचौलिया नहीं था। भारत रक्षा क्षेत्र में मजबूत न होने पाए कांग्रेस ऐसी ताकतों के हाथ में खेल रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है यह सौदा किसी भी तरह रद्द हो जाए। कांग्रेस देश की सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही। पाकिस्तान का नाम लेने के बिना, उन्होंने कहा कि जब हमारे पड़ोसियों को आधुनिक विमान मिल रहा था, तो कांग्रेस ने 2007 से सात साल देर कर दी थी। जब भाजपा सरकार ने समझौता किया तो उस पर हमला बोला जा रहा है। समझौते को रद्द करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

जावेड़कर ने कहा कि अनिल अंबानी की कंपनी को फ्रांसीसी कंपनी द्वारा कई अन्य लोगों के साथ चुना गया था। उच्चतम न्यायालय ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि इस समझौते में कोई मध्यस्थ नहीं था। दोनों देशों के बीच सीधा समझौता हुआ था।

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