-प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत किया गया।
-मौद्रिक नीति समिति के 6 सदस्यों में से 4 ने रेपो दर बढ़ाने के पक्ष में मत दिया।
-मौद्रिक नीति समिति उदार रुख को वापस लेने पर ध्यान देने के पक्ष में।
-खुदरा मुद्रास्फीति चौथी तिमाही में 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान।
-बीते साल और इस वर्ष अभी तक अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में रुपए में कम उतार-चढ़ाव।
-चालू खाते का घाटा 2022-23 की दूसरी छमाही में नीचे आएगा।