नई दिल्ली। देश की सेना और प्रसार भारती ने बुधवार को अपने कर्मचारियों से कोरोना वायरस पर नजर रखने वाले मोबाइल एप्लीकेशन आरोग्य सेतु का उपयोग करने को कहा। इसके साथ ये दोनों उन सरकारी प्रतिष्ठानों में शामिल हो गए हैं, जो अपने कर्मचारियों से इस एप का उपयोग करने को कह रहे हैं। इस बीच मोबाइल एप आरोग्य सेतु के उपयोगकर्ताओं की संख्या केवल 13 दिनों में 5 करोड़ पहुंच गई है।
गृह मंत्रालय ने 'लॉकडाउन' (बंद) के संदर्भ में ताजा दिशा-निर्देश में कहा है कि निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में सभी कर्मचारियों को इस एप के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यह एप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों मोबाइल प्लेटफॉर्म पर है। इसे सरकारी प्रतिष्ठान नेशनल इंफार्मेटिक्स सेंटर ने तैयार किया है और इसे 2 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया।
भारतीय सेना ने एक परामर्श में अपने कर्मियों, पूर्व सैन्यकर्मियों तथा उनके परिजनों से एप डाउनलोड करने और उसका उपयोग करने को कहा है। हालांकि सेना ने सैन्यकर्मियों से यह भी कहा है कि वे इस एप का उपयोग दफ्तर परिसर, परिचालन क्षेत्रों और संवेदनशील स्थानों पर न करें। ऐसा समझा जाता है कि नौसेना ने भी अपने कर्मचारियों से एप डाउनलोड करने को कहा है।
प्रसार भारत ने भी अपने कर्मचारियों के लिए एप को डाउनलोड करने और उसका उपयोग करने को कहा है।आरोग्य सेतु एप लोगों के आसपास या उनके क्षेत्र में कोरोना वायरस मरीज का पता चलने पर उन्हें सूचित करता है। जिला प्रशासन सभी शैक्षणिक संस्थानों, विभागों आदि से एप डाउनलोड करने को कह रहा है।
सूत्रों के अनुसार टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज कुछ अन्य पहलुओं पर परीक्षण कर रही जबकि टेक महिंद्रा और महिंद्रा समूह इस एप के अगले संस्करण पर काम कर रहा है। टेक महिंद्रा आरोग्य सेतु का दायरा बढ़ाकर सभी प्रकार के फोन पर काम करने लायक बनाने की दिशा में काम कर रही है। फिलहाल मौजूदा एप केवल स्मार्टफोन के लिए उपयुक्त है। (भाषा)