'हवाई यात्रा के लिए रॉबर्ट वाड्रा ने किया हैसियत का दुरुपयोग'

शनिवार, 29 नवंबर 2014 (12:31 IST)
नई दिल्ली। सनसनीखेज खुलासे करने वाली जानी-मानी पत्रिका 'तहलका' के खुलासे से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा नई मुश्किलों में फंस गए हैं।
इस सनसनीखेज खुलासे के मुताबिक वाड्रा समेत कई बड़े अधिकारियों ने निजी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज से मुफ्त टिकट और दूसरी सुविधाएं लेने के लिए अपनी हैसियत का 'दुरुपयोग' किया है।
 
पत्रिका के अनुसार कुछ अधिकारी, नौकरशाह और दूसरे विशिष्ट लोगों ने एक निजी एयरलाइन कंपनी से मुफ्त टिकट और दूसरी सुविधाएं लेने के लिए अपनी हैसियत का ‘दुरुपयोग’ किया, जो सेवा नियमों और शिष्टाचार का गंभीर उल्लंघन है।
 
'तहलका' पत्रिका के राजनीतिक संपादक रमेश रामचंद्रन ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में खुद के लिए, अपने एक सहयोगी और उसके बच्चों एवं उसकी मां के लिए कई रियायतें हासिल कीं।
 
वहीं नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) में प्रतिनियुक्ति पर तैनात पश्चिम बंगाल के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी टिकट राशि का केवल एक छोटा-सा हिस्सा भरकर अपने परिवार को 28 विदेशी गंतव्यों पर ले गए।
 
'तहलका' के मुताबिक रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी इकॉनॉमी क्लास के टिकट को कम से कम 10 बार फर्स्ट क्लास में अपग्रेड करवाया। 
 
खुलासा करते हुए 'तहलका' ने जेट के एक इंटरनल मेल का जिक्र किया है। इस मेल के मुताबिक वाड्रा के बार-बार ऐसा करने से एयरलाइंस को कुल कीमत करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
 
'तहलका' के अनुसार नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के पूर्व अध्यक्ष, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक पूर्व सचिव, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के एक पूर्व महानिदेशक और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष ने भी ‘रियायतें हासिल कीं।’
 
जेट एयरवेज ने 'तहलका' पत्रिका के विशिष्ट लोगों को मुफ्त टिकट देने और उन्हें सीटों में विशेष तरजीह देने के आरोपों को ‘गलत’ और ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए कहा कि यह पूरी दुनिया में विमानन उद्योग का एक आम चलन है। (एजेंसी)

वेबदुनिया पर पढ़ें