रूस जल्द दे सकता है S-400 की नई खेप, क्यों इसे कहा जाता है भारत का ब्रह्मास्त्र

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 (11:08 IST)
S-400 Missile Defence System : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जबरदस्त प्रदर्शन के मद्देनजर भारत रूस से जल्द ही S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का अतिरिक्त बैच खरीद सकता है। कहा जा रहा है कि दिसंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान प्रस्तावित खरीद पर बातचीत हो सकती है। भारत ने अक्टूबर, 2018 में रूस से एस-400 की 5 प्रणालियां खरीदने का समझौता किया था और इनमें से तीन की आपूर्ति हो चुकी है।
 
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की दरमियानी रात को भारत के 15 शहरों पर मिसाइल हमला करने की कोशिश की। हालांकि S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया।

वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने शुक्रवार को सालाना प्रेस कांन्फ्रेंस में कहा कि एस-400 अच्छी हथियार प्रणाली है। जाहिर है इससे अच्छा परिणाम मिला। इसलिए ऐसी और प्रणालियों की जरूरत है। आप कितनी भी खरीद सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है। मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा कि योजना क्या है, क्या हम और खरीदना चाहते हैं, कितना खरीदना चाहते हैं, आदि।
 
भारत का नया 'ब्रह्मास्‍त्र' S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम : S-400 को रूस का सबसे एडवांस लॉन्ग रेंज सर्फेस-टु-एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम माना जाता है। यह दुश्मन के क्रूज, एयरक्राफ्ट और बलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम रूस के ही S-300 का अपग्रेडेड वर्जन है।
 
भारत के लिए क्यों जरूरी है यह मिसाइल सिस्टम : S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम है, जो दुश्मन के एयरक्राफ्ट को आसमान में ही तबाह कर सकता है। यह दुश्मन के क्रूज, एयरक्राफ्ट और बलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। यह एक राउंड में 36 अटैक कर सकता है।
 
इसके रडार 100 से 300 टारगेट ट्रेक कर सकते हैं। इसमे लगे 12 लॉन्चर एक साथ 3 मिसाइलें दाग सकते हैं। यह ऑपरेशन सिंदूर के साथ ही रूस युक्रेन युद्ध में भी अपना जलवा दिखा चुका है। 
edited by : Nrapendra Gupta 

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