जबकि संघ प्रमुख भागवत का कहना है कि आरएसएस पूरे देश में गोहत्या रोकने वाला कानून चाहता है। उन्होंने यह भी कहा था कि गोरक्षा का काम इस तरह से किया जाए कि अधिक से अधिक लोग इस मुहिम से जुड़ें और इस काम को करने वालों को प्रशंसा मिले। उनका कहना था कि अहिंसक प्रयासों से कानून में बदलाव का रास्ता भी साफ होगा। कहीं कानून हो चाहे ना हो, लेकिन यदि समाज का व्यवहार बदलता है तो गोहत्या बंद हो जाएगी।