पत्र में उन्हें आगाह किया गया है कि वे बिहार सरकार तथा हिन्दू हितों के खिलाफ न बोलें अन्यथा उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसमें कहा गया है कि उन्होंने राष्ट्रविरोधी ताकतों का पक्ष लेकर बड़ी भूल की है। यादव को राजद तथा कांग्रेस के साथ हुए महागठबंधन को छोड़कर राजग से जुड़ने के पार्टी के फैसले के खिलाफ असंतोष जाहिर किया है। (भाषा)