शिवसेना के आनंदराव अडसुल ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार के साथ आई थी, लेकिन साढ़े चार साल के दौरान इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम से सबक लेना चाहिए और राम मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाना चाहिए।
अडसुल ने कहा कि इससे पहले केंद्र में अटल विहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग ने सरकार बनाई थी, लेकिन उसमें 25 दल शामिल थे, इसलिए मंदिर निर्माण का कार्य नहीं हो पाया था। इस बार केंद्र में भाजपा के पास अपने दम पर पूर्ण बहुमत है। इसके बावजूद पिछले साढ़े चार साल के दौरान सरकार ने राम मंदिर निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।
उन्होंने कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम भाजपा सरकार के लिए चेतावनी है और इससे सबक लेते हुए उसे तत्काल मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 25 नवंबर को मंदिर निर्माण की मांग को लेकर अयोध्या गए थे। सदन में शिवसेना के सदस्य ‘हर हिंदू की यही पुकार, पहले मंदिर फिर सरकार’ के नारे लिखे बैनर हाथों में लिए थे।