Tennis player Radhika Yadav murder case: गुरुग्राम की टेनिक खिलाड़ी राधिका यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने (shocking revelation in postmortem report) वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, पहले दावा किया जा रहा था कि राधिका को तीन गोलियां मारी गई थीं, लेकिन पोस्टमार्टम में उसके सीने से चार गोलियां निकाली गई हैं। राधिका के पिता दीपक यादव ने बेटी राधिका की हत्या की बात कबूल की है। लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पिछले दावों पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिछले दावों से उलट है पोस्टमार्टम रिपोर्ट : इससे पहले पुलिस ने भी कहा था कि राधिका की हत्या के बाद उसके पिता ने कबूल किया था कि उसने बेटी राधिका को तीन गोलियां मारी थीं। जिस वक्त राधिका को गोलियां मारी गईं, वह रसोई में खाना बना रही थी। यह भी कहा गया था कि गोलियां पीछे से मारी गई थीं। लेकिन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि गोलियां सामने से उसके सीने में मारी गई थीं। हालांकि आरोपी पिता इस समय पुलिस की गिरफ्त में है। पिता ने यह भी स्वीकार किया उसने लोगों के तानों से तंग आकर बेटी राधिक की गोली मारकर हत्या कर दी। दीपक यादव पुलिस एक दिन की पुलिस रिमांड पर है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नए खुलासे के बाद मामले में रहस्य गहरा गया है।
हर पहलू की जांच कर रही है पुलिस : दूसरी ओर, पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि वह पूर्व टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या मामले की सभी संभावित पहलुओं से जांच कर रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि घटना के समय उसकी मां क्या कर रही थी। राधिका के चाचा कुलदीप यादव की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, घटना के समय राधिका की मां मंजू यादव मकान की पहली मंजिल पर ही मौजूद थीं। राधिका यादव पिछले साल एक संगीत वीडियो में नजर आई थीं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हो सकता है कि इस संगीत वीडियो की वजह से घर में तनाव पैदा हुआ हो, इसलिए वह इस पहलू की भी जांच करेंगे। पुलिस ने एक बयान में दावा किया कि राधिका द्वारा संचालित टेनिस अकादमी ही दोनों के बीच विवाद का कारण थी। उसके पिता इससे खुश नहीं थे।
पहले क्या कहा था पुलिस ने : गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप सिंह ने कहा था कि कई बार दीपक ने राधिका को अकादमी बंद करने के लिए कहा था, लेकिन वह नहीं मानी। गुस्से में आकर दीपक ने राधिका को तीन बार गोली मारी। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी को लगता था कि वह आर्थिक रूप से संपन्न है और किराए से भी कमाता है, इसलिए उसकी बेटी को अकादमी चलाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें उसकी लाइसेंसी रिवॉल्वर की गोलियां बरामद करनी हैं। हमें यह सत्यापित करना है कि उसके पास कितनी गोलियां थीं।
क्या कहा चाचा कुलदीप ने : यह पूछे जाने पर कि गोलियां कहां से बरामद की जानी हैं तो अधिकारी ने कहा कि आरोपी की रेवाड़ी के पास कसम गांव में जमीन है। हमें गोलियां वहीं से लानी है। प्राथमिकी में राधिका के चाचा कुलदीप यादव ने कहा कि दीपक, उनकी पत्नी मंजू और बेटी राधिका सेक्टर 57 स्थित मकान की पहली मंजिल पर जबकि वह (कुलदीप) अपने परिवार के साथ भूतल पर रहते हैं।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बृहस्पतिवार सुबह लगभग 10:30 बजे, उन्होंने अचानक एक तेज आवाज सुनी और पहली मंजिल पर पहुंचे। कुलदीप ने कहा कि मैंने अपनी भतीजी राधिका को रसोई में खून से लथपथ देखा और रिवॉल्वर ड्राइंग रूम में मिली। मेरा बेटा पीयूष यादव भी दौड़ता हुआ पहली मंजिल पर पहुंचा। हम दोनों राधिका को उठाकर अपनी कार में सेक्टर 56 में स्थित एशिया मैरिंगो अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। (एजेंसी/वेबदुनिया)