नई दिल्ली। पश्चिमी विक्षोभ को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पूर्वी हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता सकता है। उत्तरप्रदेश के मध्य भाग पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी से होते हुए एक रूपरेखा निचले स्तरों पर पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
स्काईमेट के अनुसार पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, दिल्ली एनसीआर, राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान आंध्रप्रदेश और तटीय तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हुई। तटीय ओडिशा, रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, मणिपुर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हुई। असम, त्रिपुरा और बिहार के कुछ हिस्सों में मध्यम कोहरा छाया रहा।
अगले 24 से 48 घंटों के दौरान देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तटीय ओडिशा, रायलसीमा, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और दक्षिण-पूर्व तेलंगाना और लक्षद्वीप के में हल्की बारिश संभव है। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा संभव है।
पहाड़ों पर हुई जबरदस्त बर्फबारी : बीते 2 दिन तक उत्तर भारत के पहाड़ों पर हुई जबरदस्त बर्फबारी से पहाड़ों को बर्फ ने मोटी चादर से ढंक लिया है। उधर पश्चिमी विक्षोभ के भी उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने के कारण हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। इसके चलते पहाड़ी क्षेत्रों से मैदानी इलाकों की तरफ चल रही सर्द हवाओं के कारण वातावरण में ठंड बढ़ने लगी है।