कम्युनिस्ट नेता सोमनाथ चटर्जी 2004 से 2009 तक लोकसभा के अध्यक्ष रहे। वे 2008 में तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने जब अमेरिका के साथ परमाणु समझौता किया तो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था और चटर्जी से लोकसभा अध्यक्ष का पद छोड़ने को कहा था, लेकिन चटर्जी ने यह कहते हुए पद से हटने से इंकार कर दिया था कि लोकसभा अध्यक्ष के रूप में वे किसी पार्टी के साथ नहीं है। उसके बाद माकपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सोमनाथ चटर्जी भारतीय राजनीति के पुरोधा थे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया।