सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी के साथ पहली पंक्ति में बैठी थीं। वहां से गुजर रहे सिंधिया सोनिया गांधी के पास रुके और उनसे बात की। इसके बाद वह सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के बगल में बैठ गए।
कुछ देर बाद सिंधिया, गांधी के पास बैठने चले गए, क्योंकि खरगे और चौधरी उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ मंच साझा करने निकल पड़े।
सिंधिया ने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़ दी थी, जिससे 2020 में मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार गिर गई थी। संसद की समृद्ध विरासत के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सदस्य पुरानी संसद के केन्द्रीय कक्ष में एकत्रित हुए थे।
धनखड़, मोदी, बिरला, खरगे, चौधरी और गोयल ने कार्यक्रम में सांसदों को संबोधित किया। पूर्व में महिला एवं बाल विकास मंत्री रह चुकीं भाजपा सांसद मेनका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें उस क्षण का हिस्सा बनने पर गर्व है, जब सरकार महिलाओं को 'भारत के भविष्य में बराबर की हिस्सेदारी' देगी। उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा कि खुद को यहां देखकर मैं भी उतनी ही हैरान हूं, जितना आप। (एजेंसी/वेबदुनिया)