यादव ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार चलने वाली नहीं, बल्कि गिरने वाली सरकार है तथा यह साइकिल के भरोसे ही चल रही है। सपा के साथ साथ तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) का भी चुनाव चिन्ह है। मौजूदा सरकार में तेदेपा मुख्य घटक दल है।
यादव ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के साथ नोकझोंक के दौरान प्रधानमंत्री का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए सदन में कहा कि आप अपने आप को ताकतवर कहते थे, लेकिन जिसने (लोकसभा चुनाव में) हराया, उसे हटा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि केंद्र की सरकार चलने वाली नहीं, बल्कि गिरने वाली सरकार है। यादव ने कटाक्ष किया कि जिस दिन साइकिल हट गई, सरकार कैसे चलाएंगे?
यादव ने कहा कि अगर 10 साल में सबकुछ इतना अच्छा हुआ है तो आप भूख सूचकांक में कहां खड़े हैं? आपने मेक इन इंडिया का सबसे बड़ा सपना दिखाया। उत्तर प्रदेश को कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं मिला, हमें सिर्फ प्रधानमंत्री जी मिले हैं। उन्होंने दावा किया कि सपना तो यह भी दिखाया गया था कि अगर निजीकरण हो जाएगा तो नौकरी मिल जाएंगी, लेकिन नौकरियां कम होती चली गईं।
नहीं हुई किसानों की आय दोगुनी : यादव ने सवाल किया कि सरकार कहती थी कि किसानों की आय वह दोगुनी कर देगी। 11 साल हो गए, क्या किसानों की आय दोगुनी हो गई? (सत्तापक्ष के) कई सदस्यों की सुनता हूं कि हम एमएसपी दे रहे हैं। अगर आप एमएसपी दे रहे हैं तो उसकी कानूनी गारंटी भी तो दीजिए। यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए बड़े-बड़े समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए, लेकिन जमीन पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जिस दिन सपा केंद्र की सत्ता में आएगी, उस दिन इसे खत्म किया जाएगा। उनका कहना था कि समाजवादियों को यह योजना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। (एजेंसी/वेबदुनिया)