Sandeshkhali : 18 साल से लेकर 40 तक किसी भी औरत को नहीं बख्‍शा,13 साल तक करता रहा दरिंदगी

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 21 फ़रवरी 2024 (16:12 IST)
Story of Shahjahan Sheikh : कई महिलाओं से दुष्‍कर्म। जमीनों पर कब्‍जा। राशन योजना में घोटाला। अपनी इन करतूतों से खबरों में आया शाहजहां शेख की हैवानियत और दरिंदगी की कहानी सामने आ रही है। एक तरह से शाहजहां शेख संदेशखाली की महिलाओं के लिए हैवान ही निकला। कमाल की बात है कि इतने अपराधों के बाद भी शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यहां तक कि कलकत्‍ता हाई कोर्ट ने भी उसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं। शेख शाहजहां की गिरफ्तारी न होने पर हाई कोर्ट भी हैरान है।

कैसे बन गया औरतों के लिए हैवान : ईंट भट्टों और मछली पालन का काम करने वाला शाहजहां शेख के राजनीति में आने के बाद जैसे जैसे कद बढ़ता गया क्षेत्र में उसके अत्‍याचार का ग्राफ भी बढ़ता गया।

जो औरत अच्‍छी लगती उसे उठा जाता : शाहजहां के आतंक का आलम यह था कि संदेशखाली में जहां भी जो औरत या युवती उसे अच्‍छी लगती थी, उसे उठा जाता था। 18 साल की युवतियों से लेकर 40 साल तक की औरतों तक के साथ उसने यौन अत्‍याचार किए हैं। पिछले करीब 13 सालों से संदेशखाली में यह सब हो रहा था। शाहजहां शेख और उसके लोगों को जो औरत अच्छी लगती, पार्टी की मीटिंग के बहाने ऑफिस में बुला लेते। दो दिन, तीन दिन, चार दिन, जब तक मन होता, ऑफिस में ही रखते।

तो पति को उठवा लिया : शाहजहां की दादागिरी और आतंक का आलम यह था कि कोई महिला अगर बुलाने पर नहीं आती, तो उसे घर से उठा लेते। एक महिला का बयान सामने आया कि करीब 3 से 4 बार उसे भी टीएमसी के ऑफिस में बुलाया गया। वो नहीं गई तो उसके लोगों ने महिला के पति को उठवा लिया। उसे मारा-पीटा। मजबूर होकर उसे भी उसके पास जाना पड़ा।

सबकी एक सी कहानी: जब एक मामले में ईडी शाहजहां शेख को दबोचने के लिए पहुंची तो यहां कई सालों से अत्‍याचार का शिकार हो रही महिलाओं को कुछ हिम्‍मत मिली। क्‍योंकि अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी, जबकि वो मनमानी किए जा रहा था। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ऐसी सैकड़ों कहानियां हैं। इन कहानियों में सिर्फ विक्टिम बदलती हैं, आपबीती सभी की एक जैसी है। नॉर्थ 24 परगना जिले में आने वाला संदेशखाली ममता बनर्जी की पार्टी TMC के नेता शाहजहां शेख का एरिया है। इस वजह से यहां की पुलिस और स्‍थानीय नेताओं का भी उसके सिर पर हाथ था।

कौन है शेख शाहजहां?
1. जिस 42 साल के शेख शाहजहां को लेकर राज्य की राजनीति गरमाई हुई है उसने बांग्लादेश की सीमा से सटे संदेशखाली ब्लॉक में मछली पालन और ईंट भट्टों पर काम करके से अपनी शुरुआत की थी और आज टीएमसी के रहकर गुंडा बन गया है। वो अपने 4 भाई बहनों में सबसे बड़ा है।

2. शेख शाहजहां जब ईंट भट्टों पर काम करता था तब उसने यूनियन के नेता के रूप में राजनीति में कदम रखा और बाद में सीपीआईएम में शामिल हो गया। अपने उग्र भाषणों के लिए जाने वाले शेख ने साल 2012 में टीएमसी का दामन थाम लिया।

3. इसके बाद शेख शाहजहां ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। तत्कालीन टीएमसी राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय और उत्तर 24 परगना टीएमसी जिला अध्यक्ष ज्योतिप्रियो मलिक के नेतृत्व में काम किया। वह जल्द ही सत्ता में आ गया और मुलिक का करीबी सहयोगी बन गया।

4. 2018 में शेख को सरबेरिया अग्रघाटी ग्राम पंचायत के उप प्रमुख के रूप में प्रसिद्धि मिली। उसका छोटा भाई भी टीएमसी कार्यकर्ता है और उसके लैंड डील सहित कई और बिजनेस देखता है।

5. समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से एक स्थानीय टीएमसी नेता ने बताया कि शेख का अपने इलाके में सम्मान और भय दोनों हैं। कुछ लोगों के लिए, वह एक मसीहा है और अपने विरोधियों के लिए वह एक आतंक है। उसकी इलाके में रॉबिन हुड की छवि है।
Edited by Navin Rangiyal

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