महाराष्ट्र काडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी जायसवाल (58) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बेहद सादगी से सीबीआई मुख्यालय की 11वीं मंजिल पर स्थित कार्यालय में अपना पदभार संभाला। 1 दिन पहले ही कार्मिक मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति का आदेश जारी किया था। जायसवाल का सीबीआई प्रमुख के तौर पर कार्यकाल 2 वर्ष का होगा।
महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी जायसवाल ने खबरों के मुताबिक पिछले साल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का अनुरोध किया था जब राज्य में सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के साथ पुलिस अधिकारियों के तबादलों और तैनाती को लेकर उनके मतभेद उत्पन्न हो गए थे। वे गत जनवरी में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में महानिदेशक के रूप में शामिल हुए थे।
सीबीआई प्रमुख के तौर पर उनके सामने जो मामले होंगे उनमें महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का मामला भी शामिल होगा, जिनके खिलाफ मुंबई के बार और रेस्तरां मालिकों से पुलिस अधिकारियों का उपयोग करके कथित रूप से अवैध धन संग्रह की मांग करने को लेकर जांच की जा रही है।
जायसवाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रॉ में अतिरिक्त सचिव, कैबिनेट सचिवालय थे और उन्हें 2018 में महाराष्ट्र में तत्कालीन देवेंद्र फडणवीस सरकार के दौरान मुंबई पुलिस बल का प्रमुख चुना गया था। उन्हें बाद में डीजीपी बना दिया गया था। उन्हें रॉ ने अनिच्छा से छोड़ा था क्योंकि वे एक सक्षम अधिकारी थे जिसने 2008 से 10 साल एजेंसी में बिताए थे।
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा कि जायसवाल को 2009 में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, 2001 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए भारतीय पुलिस पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक (भारत सरकार), विशेष सेवा पदक (महाराष्ट्र सरकार) और असाधारण सुरक्षा सेवा प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुके हैं।
धनबाद के सिंदरी के रहने वाले जायसवाल ने अपनी स्कूली शिक्षा झारखंड के डी नोबिली स्कूल की सीएमआरआई शाखा से की, जहां उनके पिता का एक समृद्ध व्यवसाय था। उन्होंने बाद में डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से अंग्रेजी (ऑनर्स) और पंजाब विश्वविद्यालय से एमबीए किया।(भाषा)