कई नेता और राजनीतिक दल इस सर्जिकल हमले का सबूत मांगने लगे। हालांकि सेना ने सरकार को सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो सौंप दिया है और सरकार ने इस सार्वजनिक करने से इंकार कर दिया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। हालांकि इस वीडियो में असली सैनिक नहीं है ना ही असली लड़ाई है। यह वीडियो कलाकारों द्वारा फिल्माया गया है। इस वीडियो में दो सैनिक आतंकियों को गोली मारने के बाद उनके शवों को सबूत के तौर पर उठाने की बात करते हैं। वे बात करते हैं कि कुछ लोग उनसे सबूत मांगेंगे।