श्रीमती स्वराज ने कहा, युद्ध समस्या का समाधान नहीं है। बातचीत से ही समाधान होता है। युद्ध के बाद भी हार या जीत-कुछ भी होने पर आपको बातचीत ही करनी होती है। उन्होंने कुछ सदस्यों के युद्ध की तैयारी से संबंधित सवालों पर कहा कि सेना युद्ध के लिए ही होती है और वह सीमा पर तैनात है, लेकिन युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है। भारत की नीति कूटनीति के जरिए समाधान निकालने और संयम और धैर्य से काम करने की है।