सीआईएसएफ ने तिरुवनंतपुरम में इसरो के थुम्बा केन्द्र, बेंगलुरु में इसरो के मुख्यालय और भारतीय वायुसेना को इसके बारे में जानकारी दे दी है। कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा में तैनात 150 वायु सैनिकों को अलर्ट कर दिया गया है। सीआईएसएफ कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसरो के आईपीआरसी केन्द्र में जीएसएलवी रॉकेट के लिए क्रायोजेनिक इंजन का विकास किया जाता है।
गौरतलब है कि 2015 में 14 दिसंबर की मध्यरात्रि को आईपीआरसी के ऊपर एक ड्रोन देखा गया था। इसके बाद पुलिस और वन अधिकारियों ने व्यापक स्तर पर एक अभियान चलाया था, लेकिन इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली थी।