पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के पास अल्पमत की सरकार होने का बहाना था, लेकिन मोदी के पास कोई बहाना नहीं है और वे बहुमत की सरकार चला रहे है तो अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण वे करवाए अन्यथा फिर से आंदोलन होगा और मंदिर निर्माण अवश्य होगा।
उन्होंने कहा कि जब वेटिकन सिटी में ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्मगुरू रहने के कारण उसे देश की राजधानी घोषित किया जा सकता है तो विश्व को विज्ञान देने वाले शंकराचार्य की चारों पीठों को धार्मिक राजधानी घोषित क्यों नहीं किया गया है। यह हिन्दु समाज के लिए दु:ख का विषय है। उन्होंने दलाई लामा को आध्यात्मिक गुरु बताते हुए कहा कि आज वे भी अपने स्थान के सर्वोच्च पद पर नहीं है। शंकराचार्य ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर इन्दिरा गांधी, सोनिया गांधी, राबर्ट वाड्रा, वसुंधरा राजे एवं मुलायमसिंह पर भी हिंदू धर्म को नष्ट करने को लेकर तीखे प्रहार किए।