संसद की सुरक्षा में आज सेंध लगी है लेकिन पत्रकारिता में सेंध दस साल पहले लग चुकी थी। विजय चौक पर पत्रकारों के हाथ अगर मुर्ग़ा छाप अनार लग गया होता तो इसी वक्त दीवाली मना रहे होते। घटनाएँ दो घटी हैं। मैं केवल एक की निंदा कर रहा हूँ। दूसरी घटना से लोग लोट-पोट हो रहे हैं। उनके…
— ravish kumar (@ravishndtv) December 13, 2023