श्रीनगर। कश्मीर में एक और मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया है। मुठभेड़ में एक नागरिक की भी मौत हो गई। मुठभेड़ के चलते कश्मीर में रेल सेवा को भी स्थगित कर देना पड़ा था, जबकि सुरक्षाबलों ने कश्मीर में धमकीभरे पोस्टर चिपकाने के लिए छोटा गिलानी को हिरासत में लिया है।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया जो कि लश्कर से संबंधित थे, जबकि अभी भी 3-4 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। सीआरपीएफ ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए एक आतंकी की पहचान लश्करे तैयबा के जहांगीर अहमद गनी के रूप में हुई है, जबकि दूसरा आतंकी मोहम्मद शफी है। इसके अलावा एक नागरिक की भी मौत हुई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने तड़के करीब ढाई बजे अवंतीपोरा के पडगामपोरा इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया था। आतंकवादियों ने सुबह करीब चार बजकर 40 मिनट पर सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी इस पर जवाबी कार्रवाई की। आतंकवादी आसपास स्थित दो घरों में छिपे थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने घर में छिपे आतंकवादियों में से एक की मां को भी मौके पर बुलाया, ताकि उसे आत्मसमर्पण के लिए मनाया जा सके, लेकिन उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया
अधिकारियों के मुताबिक, 130 बटालियन सीआरपीएफ, 55 राष्ट्रीय रायफल्स और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवान संयुक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। प्रशासन ने मुठभेड़ के चलते बनिहाल से श्रीनगर तक की रेल सेवा को बंद कर दिया। दरअसल, एक रेलवे स्टेशन मुठभेड़ स्थल के करीब ही है। इस बात की आशंका थी कि आतंकी दक्षिण कश्मीर के इस रेलमार्ग से गुजरने वाली ट्रेन को निशाना बना सकते हैं।
गौरतलब है कि शनिवार को पुलवामा जिले के त्राल में सुरक्षाबलों को कुछ आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। जिस पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप, सीआरपीएफ और सेना ने इलाके को घेर लिया। इसी दौरान आतंकियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी।
सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में सेना के जवानों ने 2 आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी पाकिस्तानी था। हालांकि मुठभेड़ के दौरान जम्मू कश्मीर का एक जवान शहीद हो गया। इसके साथ ही सेना के एक मेजर समेत केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स का एक जवान और जम्मू कश्मीर पुलिस का एक जवान भी घायल हो गए।
इस बीच शोपियां में बीते एक पखवाड़े से जारी लश्कर-ए-तैयबा के धमकीभरे पोस्टरों की गुत्थी सुलझाते हुए छोटा गिलानी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि गत 26 फरवरी से शोपियां के विभिन्न हिस्सों में लश्करे तैयबा के पोस्टर पाए जा रहे हैं। इसमें लोगों को अलगाववादियों के आह्वान पर हड़ताल को हर हाल में कामयाब बनाने व सुरक्षाबलों से पूरी तरह दूर रहने की ताकीद की गई थी। इसके बाद भी यह पोस्टर दो बार और जारी हुए। पुलिस ने इन पोस्टरों का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की छानबीन शुरू की। इस बीच, लश्कर-ए-तैयबा ने भी एक बयान जारी कर कहा कि उसने यह पोस्टर जारी नहीं किए और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लोग ही पोस्टर जारी कर रहे हैं।
पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए शोपियां व उससे सटे इलाकों में सक्रिय हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कुछ कट्टर कार्यकर्ताओं की निशानदेही कर उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया। पूछताछ के दौरान पुलिस के घेरे में शोपियां के बोनबाजार का रहने वाला फैसल अमीन शक के घेरे में आ गया। अमीन पूरे इलाके में छोटा गिलानी के नाम से कुख्यात है। हिरासत में छोटा गिलानी ने इमाद अहमद पुत्र बशीर अहमद, जाहिद अहमद उर्फ पिंटु पुत्र फैयाज अहमद सौफी और उबैद बशीर पुत्र बशीर गुरु का नाम लिया।