लश्कर का खूंखार आतंकी सैफुल्लाह खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में था शामिल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 18 मई 2025 (17:51 IST)
lashkar e taiba terrorists saifullah khalid killed in pakistan : लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक बड़ा आतंकवादी आज पाकिस्तान के सिंध में ही मारा गया। मीडिया खबरों के मुताबिक सैफुल्लाह खालिद नेपाल में लश्कर- ए- तैयबा का पूरा मॉड्यूल संभालता था। उसे लश्कर के संस्थापक आतंकी हाफिज सईद का बेहद करीबी माना जाता है। इसका मुख्य काम लश्कर की आतंकवादी गतिविधियों के लिए कैडर और आर्थिक मदद मुहैया कराना था।  सैफुल्लाह भारत में हुए 3 बड़े आतंकी हमलों में शामिल था।
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पिछले काफी समय से ये नेपाल में लश्कर ए तैयबा का काम देख रहा था। इंटेलिजेंस ने भी दावा किया था कि TRF आतंकी सैफुल्लाह खालिद पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था। वह सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता था। हालांकि अभी और जानकारी सामने आना जरूरी है। 

सै‍फुल्लाह को लश्कर-ए-तैयबा ने भारत में हमलों की तैयारी करने के लिए टास्क दिया था। यह भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी था। वर्तमान में वह सिंध प्रांत के मतली, बदीन से काम कर रहा था।
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इन हमलों में था शामिल  
मीडिया खबरों के मुताबिक रजुल्लाह निजामनी उर्फ अबू सैफुल्लाह भारत में कई हाई-प्रोफाइल आतंकी हमलों का मास्टरमांइड है। इसने 2001 में रामपुर में CRPF कैंप पर हमला करवाया था। इसके अलावा बैंगलोर में 2005 में हमला करवाया था। 

भारतीय विज्ञान संस्थान में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन चल रहा था। इस दौरान वहां पर आतंकियों ने गोलीबारी की थी। इसमें एक प्रोफेसर की जान चली गई थी और कई घायल हो गए थे। इसके अलावा नागपुर में RSS मुख्यालय में साल 2006 में हमले की साजिश रची थी।

खैबर पख्तूनख्वा में इस वर्ष करीब 300 आतंकी हमले हुए
पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा में वर्ष 2025 की शुरुआत से अब तक आतंकवादी हमलों की कुल 284 घटनाएं हो चुकी हैं। रविवार को पेश की गई एक आधिकारिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। पाकिस्तान का यह उत्तर-पश्चिमी प्रांत लंबे समय से आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से एक रहा है। आतंकवाद रोधी विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन 284 घटनाओं में आतंकवादी हमले की सबसे अधिक 53 घटनाएं उत्तर वजीरिस्तान जिले में हुई हैं। इसके अनुसार इसके बाद बन्नू में 35, डेरा इस्माइल खान में 31, पेशावर में 13 और कुर्रम में आठ घटनाएं दर्ज की गईं।
 
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल अब तक खैबर पख्तूनख्वा में 148 आतंकवादियों को मार गिराया गया है, जिनमें से सबसे अधिक 67 आतंकवादी डेरा इस्माइल खान में मारे गए। यह क्षेत्र मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर का गृह जिला भी है। रिपोर्ट के अनुसार इसके अलावा, आतंकवाद से जुड़े मामलों में 1,116 संदिग्धों को नामजद किया गया हैं और इनमें से 95 को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
 
वर्ष 2024 में आतंकवादी हमले की 732 घटनाएं दर्ज की गई थीं, जो 2023 के 651 से अधिक थीं। खैबर पख्तूनख्वा में कानून और व्यवस्था की स्थिति 2021 के मध्य से बिगड़ने लगी और 2023 से हमले और बढ़ गए।  जनवरी 2023 में पेशावर के पुलिस मुख्यालय पर हुए आत्मघाती हमले में 86 पुलिसकर्मी मारे गए थे और 200 से अधिक घायल हुए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हाल के वर्षों में हमलों में पुलिस और सुरक्षा बलों के अलावा, धार्मिक विद्वान, नेता और अन्य प्रमुख व्यक्तियों को भी निशाना बनाया गया है। इनपुट भाषा  Edited by: Sudhir Sharma

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