त्रिपुरा के बच्चे हिटलर को पढ़ेंगे, स्वतंत्रता सेनानियों को नहीं...

मंगलवार, 24 मई 2016 (19:50 IST)
नई दिल्ली। भाजपा पर शिक्षा में भगवाकरण का आरोप तो वामपंथी पार्टियां लगाती हैं, लेकिन त्रिपुरा की वाम सरकार ने कक्षा 9वीं की पुस्तक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास ही हटा दिया। लेकिन हिटलर और नाजीवाद को यहां जरूर पढ़ाया जाएगा। इससे यहां के बच्चे किस तरह के संस्कार लेंगे, सोचकर सिर शर्म से झुक जाता है। 
माध्यमिक हिस्ट्री (न्यू सिलेबस 2016) शीर्षक वाली इस विवादित पुस्तक के लेखक कल्याण चौधुरी हैं, जो कोलकाता के महाराजा मनीन्द्र चंद्र कॉलेज के इतिहास विभाग के प्रमुख रह चुके हैं। 119 पेज की इस पुस्तक में मार्क्स, लेनिन, फ्रांस और रूस की क्रांति, हिटलर की पृष्ठभूमि, हिटलर और नाजी पार्टी का उदय आदि को विस्तार से शामिल किया है, लेकिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास पूरी तरह हटा दिया गया है। इस पुस्तक का प्रकाशन ओरिएंटल बुक कंपनी प्रा.लि. ने किया है। 
 
यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में इस पुस्तक में एक लाइन नहीं लिखी गई है। महात्मा गांधी के नाम का उल्लेख इस पुस्तक में भारतीय स्वतंत्रता के लिए नहीं बल्कि क्रिकेट पर उनके विचार के बारे में है। 
 
एक इतिहास शिक्षक का कहना है कि पूर्व के वर्षों में रानी लक्ष्मीबाई, राजा राममोहन राय, नेताजी सुभाषचंद्र बोस आदि के बारे में पढ़ाया जाता था, मगर इस वर्ष ये सभी हस्तियां पाठ्‍यक्रम से गायब हैं। 

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