Maharashtra Politics News : मुंबई के एक अस्पताल में जांच कराने के कुछ दिनों बाद शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि चिकित्सकों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है, लेकिन वह 'गद्दारों' को सत्ता से बाहर करने तक नहीं रूकेंगे। ठाकरे ने एमवीए के घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर जारी खींचतान के बीच आगाह किया कि सहयोगियों के बीच सौदेबाजी को बातचीत टूटने के कगार तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
यहां अपने आवास 'मातोश्री' के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, चिकित्सकों ने मुझे आराम करने की सलाह दी है, लेकिन कितना आराम किया जाए। जब तक गद्दारों को सत्ता से बाहर नहीं कर दिया जाता, तब तक आराम नहीं होगा।
ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक परिदृश्य बदल गया है और लोगों ने 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्षी एमवीए को सत्ता में लाने का फैसला किया है। एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए दलों के बीच बातचीत लंबा खिंचने के मद्देनजर आगाह करते हुए कहा, सहयोगियों के बीच सौदेबाजी को बातचीत टूटने के कगार तक पहुंचने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि उन्होंने सीट बंटवारे की बातचीत में शामिल अपने पार्टी नेताओं से यह नहीं सुना है कि समझौता करने में कोई बड़ी समस्या है।
ठाकरे ने कहा कि एमवीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत अंतिम चरण में है और शनिवार तक या अगले 2 से 3 दिनों में समझौता हो सकता है। ठाकरे की टिप्पणी उनके पार्टी सहयोगी संजय राउत द्वारा सीट बंटवारे पर बातचीत में देरी पर निराशा व्यक्त करने के बाद आई है। राउत ने दावा किया है कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour