दानवे ने कहा, किसी ने नहीं सोचा था कि सत्ता में ढाई साल पूरे करने वाली एमवीए सरकार गिर जाएगी, लेकिन ऐसा जादू हुआ कि सरकार एक रात में गिर गई। अगर ऐसी राजनीति चल रही है तो कौन अनुमान लगा सकता है कि अगले 2 महीने में क्या होगा?
दानवे ने कहा कि जब 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो शिवसेना को एहसास हुआ कि उसके बिना अगली सरकार नहीं बन सकती। भाजपा नेता ने कहा, उन्होंने (शिवसेना नेताओं ने) कहा कि पार्टी के लिए सभी विकल्प खुले हैं और उन्होंने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा से नाता तोड़ लिया। मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा से नाता तोड़ने के बाद शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।(भाषा) फोटो सौजन्य : टि्वटर
Edited by : Chetan Gour