पेड़ से जुड़ी हर जानकारी : प्राप्त विवरणों के अनुसार, यह पहल, जो 2021 में शुरू हुई और 2025 तक जारी रहने की उम्मीद है, इसमें चिनार की निगरानी और संरक्षण के लिए जीआईएस और क्यूआर कोड का उपयोग शामिल है। प्रत्येक पेड़ को ऊंचाई, परिधि, स्वास्थ्य, छतरी के आकार और इसकी भौगोलिक स्थिति जैसी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ जियोटैग किया गया है। यह डेटा चिनार ट्री रिकॉर्ड फॉर्म का उपयोग करके संकलित किया जा रहा है, जिसे दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया को मानकीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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