सुबह से उन्नाव के थाना बिहार अंतर्गत एक गांव में अधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ था। सभी अधिकारी मृतक पीड़िता के परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन परिजन एक भी बात मानने को तैयार नहीं थे और सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर सारी बात करना चाहते थे।
फोन पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी से बात करने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए। लंबी जद्दोजहद के बाद मृतक के परिजनों के साथ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में शव को गांव के बाहर एक खेत में उनके दादा-दादी की समाधि के पास ही दफना दिया गया। अंतिम संस्कार में मंत्रियों स्वामी प्रसाद मौर्य और कमल रानी वरुण के अलावा मेश्राम तथा अन्य आला अधिकारी भी शामिल हुए।