hybrid mode: नई दिल्ली। भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने मंगलवार को कहा कि शीर्ष अदालत की अवकाशकालीन पीठ 'हाइब्रिड मोड' (hybrid mode)(प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरीके) में सुनवाई करेगी ताकि वकील विभिन्न स्थानों से पेश हो सकें। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि अवकाशकालीन पीठ नए मामलों की भी सुनवाई करेगी। पीठ में न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला भी शामिल थे।
शीर्ष अदालत में 22 मई से 2 जुलाई तक ग्रीष्मावकाश है और केवल अवकाशकालीन पीठें अत्यावश्यक मामलों पर सुनवाई करेंगी। सीजेआई ने मंगलवार को सुनवाई की शुरुआत में कहा कि अवकाशकालीन पीठ नई याचिकाओं को विचारार्थ स्वीकार करने से संबंधित सुनवाई 'हाइब्रिड मोड' में करेगी, जहां वकील व्यक्तिगत रूप से और वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई में हिस्सा ले सकते हैं।
पीठ ने कहा कि अगर कोई कहीं और जाना चाहता है और वहां से सुनवाई में हिस्सा लेना चाहता है तो आपका स्वागत है। केवल एक शर्त है कि वकील के ठीक से कपड़े हों। सीजेआई ने कहा कि 300 से अधिक नए मामलों, जिन्हें सुनवाई के लिए नहीं लिया जा सका है, उन्हें अवकाशकालीन पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा।(भाषा)