सीईओ ने कहा, मलबा हटाए जाने और आगे भूस्खलन का आकलन करने तक तीर्थयात्रियों के लिए हिमकोटि मार्ग को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा, पीड़ित के पैतृक स्थान पर शव को भेजने के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा बंदोबस्त किए जा रहे हैं। तीन लाख रुपए का बीमा मृतक के परिजन को दिया जा रहा है। हर रोज 40 से 45 हजार से अधिक श्रद्धालु माता वैष्णोदेवी के दर्शन करते हैं। (भाषा)