विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि कुल 5,13,047 भारतीयों ने विदेशों में भारतीय मिशनों के पास स्वदेश वापसी के लिए अपने अनुरोध दर्ज कराए हैं तथा जिन लोगों ने पंजीकरण कराए हैं, उनमें से आज तक की स्थिति के अनुसार 3,64,209 लोग इस अभियान के तहत लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों की वापसी जमीनी सीमाओं से भी हो रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 84,000 से अधिक भारतीय नेपाल, भूटान और बांग्लादेश से जमीनी सीमा आव्रजन चौकियों से वापस लौटे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि 'वंदे भारत' मिशन के पहले 3 चरणों में 5 महाद्वीपों में 50 से अधिक देशों से लगभग 875 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें परिचालन के लिए निर्धारित की गई थीं। इनमें से अब तक 700 से अधिक उड़ानें भारत पहुंच चुकी हैं और उनसे लगभग 1,50,000 भारतीय वापस आए हैं तथा चरण 3 के तहत शेष 175 उड़ानों के आने वाले दिनों में पहुंचने की उम्मीद है।
श्रीवास्तव ने कहा कि चरण 4 विशेष रूप से उन देशों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जहां अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे भारतीय हैं जिन्होंने वापसी के लिए पंजीकरण किया है तथा जहाजों से वापसी भी इस मिशन का हिस्सा है। इस तरह की एक वापसी वर्तमान में चल रही है तथा भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए आईएनएस जलाश्व 24 जून को ईरान में बंदरअब्बास बंदरगाह पहुंचा। (भाषा)