वर्ष 2023 से पहले, भारत में लगातार चार वर्षों तक मानसून के मौसम में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। सकारात्मक कारकों के कारण अल नीनो देश में मानसून की बारिश को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर सका।
मौसम विभाग के अनुसार, सकारात्मक कारकों, मुख्य रूप से हिंद महासागर डिपोल (IOD) और मैडेन-जूलियन ऑसीलेशन (MJO) ने अल नीनो स्थितियों के कारण होने वाली बारिश की कमी को कुछ कम किया और लगभग सामान्य वर्षा हुई।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अल नीनो के प्रभाव का मुकाबला करने वाले सकारात्मक कारकों के साथ, 2023 का मानसून 94.4 प्रतिशत बारिश दर्ज करने के साथ समाप्त हुआ, जिसे सामान्य के करीब माना जाता है।
पूरे देश में मासिक बारिश जून में एलपीए का 91 प्रतिशत, जुलाई में 113 प्रतिशत, अगस्त में 64 प्रतिशत और सितंबर में 113 प्रतिशत रही।
महापात्र ने कहा, 'मौसम संबंधी 36 उपविभागों में से 3 (कुल क्षेत्रफल का 9 प्रतिशत) में अधिक बारिश हुई, 26 में सामान्य बारिश हुई (कुल क्षेत्रफल का 73 प्रतिशत) और 7 में कम बारिश हुई। कम बारिश वाले सात उपखंडों में नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गांगेय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल शामिल हैं।
आज इन राज्यों में बरसेगा पानी : मौसम विभाग के अनुसार, बिहार, बंगाल और तमिलनाडु में 1 से 3 अक्टूबर तक बारिश की संभावना है। (इनपुट : भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta