विभाग ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिमी तट के साथ समुद्र में एक हलके गर्त का निर्माण हुआ है, जिसके वहां बने रहने की संभावना है। इन अनुकूल परिस्थितियों के मद्देनजर अगले 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने की बहुत अधिक संभावना है। इसके अलाव पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में भी अगले 48 घंटे में मानसून के पहुंचने की अनुकूल परिस्थितियां बनने की उम्मीद है।
आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंचता है। 1 जून को ही यह असम के दक्षिणी हिस्से में भी प्रवेश करता है। इस साल मानसून के आगमन में देरी हुई है। मौसम विभाग ने पहले इसके 6 जून को केरल पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया था, लेकिन बीच में इसकी प्रगति विभाग के अनुमान से धीमी रही।