Weather update : केरल में भारी बारिश, उत्तर भारत में मौसम शुष्क एवं उमस भरा रहा

गुरुवार, 10 सितम्बर 2020 (08:22 IST)
नई दिल्ली। केरल सहित दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बुधवार को भारी बारिश हुई, जबकि उत्तर में मौसम शुष्क और उमस भरा बना रहा। वहीं भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने अगले 4 से 5 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने का अनुमान जताया है।

केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हुई। तीन मछुआरे उस समय डूब गए जब उनकी नौका तिरुवनंतपुरम में अशांत समुद्र में पलट गई। दिल्ली में शुष्क मौसम के चलते तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई। अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में अगले कुछ दिनों में बारिश होने की संभावना नहीं है जिसके कारण शहर का अधिकतम तापमान बढ़ने की उम्मीद है। दिल्ली में सितंबर में अभी तक सिर्फ 20.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है जो कि सामान्य बारिश (58.3 मिमी) की अपेक्षा 64 प्रतिशत कम है। कुल मिलाकर राष्ट्रीय राजधानी में एक जून से अब तक 576.5 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य बारिश- 582.1 मिमी- से कम है।

पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में अधिकांश स्थानों पर गर्मी और उमस वाला मौसम बना रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से दो-तीन डिग्री अधिक दर्ज किया गया। दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

हरियाणा के अंबाला में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि हिसार में अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भिवानी में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में, पटियाला में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अमृतसर का अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

उत्तर प्रदेश में राज्य के पूर्वी हिस्से में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ वर्षा हुई। मौसम विभाग ने छिटपुट स्थानों पर वर्षा या गरज चमक के साथ बारिश होने और पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान जताया है।

केरल में भारी बारिश के कारण, तीन मछुआरे जो तटीय नगर अंचुतेंगू से समुद्र में उतरे थे उस समय डूब गए जब उनकी नौका समुद्र की ऊंची लहरों में पलट गई। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में 10 सेंटीमीटर बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और पांच परिवारों को राहत शिविर में स्थानांतरित किया गया।

अधिकारियों ने कहा कि मछुआरों को समुद्र में उतरने के खिलाफ चेतावनी दी गई थी क्योंकि बुधवार से केरल तट के पास 45-55 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की आशंका थी। बुधवार को माहे और लक्षद्वीप में अधिकांश स्थानों पर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई स्थानों पर वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ीं।

ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, दक्षिण कर्नाटक में कुछ स्थानों पर वर्षा हुई जबकि अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में छिटपुट स्थानों पर बौछारें पड़ी।

आईएमडी ने मानसून के अपने पूर्वानुमान में कहा कि अगले चार-पांच दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत में व्यापक से बहुत व्यापक वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी वर्षा एवं गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

तटीय कर्नाटक में छिटपुट स्थानों पर 10 से 13 सितंबर तक, दक्षिण कर्नाटक (9-12 सितंबर), केरल और माहे (9-11 सितंबर) में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। वहीं 11 सितंबर को तटीय और दक्षिण कर्नाटक में छिटपुट स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।

उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में छिटपुट स्थानों पर अगले पांच दिनों के दौरान और उत्तर पूर्व भारत में अगले चार से पांच दिनों के दौरान भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। आईएमडी ने कहा कि तेरह सितंबर के आसपास आंध्र प्रदेश के तट से दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में संभावित तौर पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के प्रभाव से 12 सितंबर से ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनाम, तेलंगाना, विदर्भ और आसपास के क्षेत्रों में वर्षा की तीव्रता में वृद्धि की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मध्य प्रदेश, गुजरात, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में छिटपुट स्थानों पर अगले 12 घंटों के दौरान गरज चमक के साथ मध्यम तीव्रता की बारिश होने की संभावना है।(भाषा) 

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