क्या है E20? जिसकी पीएम मोदी इंडिया एनर्जी विक में देंगे सौगात?
शनिवार, 4 फ़रवरी 2023 (15:53 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को कर्नाटक में पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत एथेनॉल के मिश्रण E20 की शुरुआत करेंगे और भारत ऊर्जा सप्ताह का उद्घाटन करेंगे। जानिए क्या है E20 और बाजार में यह कब से मिलेगा?
क्या है E20 : एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म-निर्भरता हासिल करने के लिए सरकार की प्रमुख पहल है। E20 ईंधन 20% इथेनॉल और गैसोलीन का मिश्रण है। यह वाहनों में इस्तेमाल होने वाला ईंधन है। इससे वाहनों से होने वाले उत्सर्जन में कमी आएगी और इससे प्रदूषण कम होगा।
यह बायो-फ्यूल और बायोमास का एक बाई-प्रोडक्ट है, इसे मक्का, गन्ना और आलू इत्यादि से प्राप्त किया जा सकता है। सरकार के सतत प्रयासों के कारण 2013-14 के बाद से एथेनॉल उत्पादन क्षमता 6 गुना बढ़ गई है। सरकार का 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल के मिश्रण का लक्ष्य है और तेल विपणन कंपनियां 2जी-3जी एथेनॉल संयंत्र स्थापित कर रही हैं जिससे इस पहल में मदद मिलेगी।
कब से बाजार में मिलेगा E20 : केंद्रीय मंत्री हरदीपसिंह पुरी के अनुसार, देश में पेट्रोल पंपों पर E20 1 अप्रैल, 2023 से मिलेगा। यह ईंधन चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होगा। इसके लिए कार के इंजन में किसी बदलाव की जरूरत नहीं होगी। भारत ने पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण 2013-14 के 1.53 प्रतिशत से बढ़ाकर 2022 में 10.17 प्रतिशत कर दिया था।
क्या है पीएम मोदी का कार्यक्रम : पीएम मोदी कर्नाटक में ग्रीन मोबिलिटी रैली समेत कई अन्य कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे। वह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए तुमकुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की एक हेलीकॉप्टर फैक्ट्री का उद्घाटन भी करेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 615 एकड़ में फैली ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्ट्री को देश की हेलीकॉप्टर संबंधी सभी जरूरतों के लिए एक ही जगह समाधान उपलब्ध कराने के इरादे से बनाया गया है। यह भारत की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण फैक्ट्री है और शुरुआत में यह लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर बनाएगी।
एचएएल की 20 साल में 3-15 टन में 1,000 से अधिक हेलीकॉप्टर बनाने की योजना है। इस फैक्ट्री के उद्घाटन समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। मोदी तुमकुरु औद्योगिक शहर और तुमकुरु में दो जल जीवन मिशन परियोजनाओं की भी नींव रखेंगे।
प्रधानमंत्री इंडियन ऑयल की अनबॉटल्ड पहल के तहत यूनीफॉर्म की भी शुरुआत करेंगे और प्रत्येक यूनीफॉर्म प्लास्टिक की करीब 28 बोतलों को फिर से इस्तेमाल में लाकर बनाई गई है।
वह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की इंडोर सौर कूकिंग प्रणाली के ट्विन-कुकटॉप मॉडल का भी अनावरण करेंगे। यह एक 'क्रांतिकारी' कूकिंग सोल्यूशन है जो सौर तथा सहायक ऊर्जा स्रोतों दोनों पर काम करता है।
एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक को बंद करने की मोदी की दूरदर्शिता को साकार करने के लिए इंडियन ऑयल ने पुन: चक्रित पॉलिस्टर और सूती कपड़े से बनी यूनीफॉर्म अपनायी है।
भारत ऊर्जा सप्ताह 6 से 8 फरवरी तक बेंगलुरु में होगा। यह पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग के नेताओं, सरकारों तथा विद्वानों को एक साथ लेकर आएगा ताकि ऊर्जा परिवर्तन के लिए जिम्मेदार अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की जा सके। इसमें दुनियाभर के 30 से अधिक मंत्री भाग लेंगे। मोदी का वैश्विक तेल और गैस कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ गोलमेज वार्ता करने का भी कार्यक्रम है। वह हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी कई पहलों की शुरुआत करेंगे।