मैसेजिंग एप ने करीब दस लाख उपभोक्ताओं के साथ भुगतान सेवा की प्रायोगिक शुरुआत की थी। हालांकि उसके कई महीने बीत जाने पर भी उसे यह सेवा शुरू करने के लिए उसे नियामक से मंजूरी नहीं नहीं मिली है। लोकप्रिय एप करीब दो साल से भुगतान सुविधा की अपनी योजना को लेकर सरकार से संपर्क में है। वहीं उसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी गूगल अपनी भुगतान सेवाओं को आगे बढ़ा चुकी है।
व्हाट्सएप वर्तमान में प्रायोगिक आधार पर भुगतान सेवाओं का संचालन कर रही है।
कंपनी के प्रमुख क्रिस डेनियल ने अब आरबीआई को पत्र लिखकर देश में सभी उपभोक्ताओं को भुगतान सेवा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए औपचारिक अनुमति देने का आग्रह किया है।
डेनियल ने आरबीआई गवर्नर को संबोधित पत्र में कहा है, 'मैं आपसे व्हाट्सएप की भीम यूपीआई (यूनिफायड पेमेंट इंटरफेस) पर चलने वाले भुगतान उत्पाद को सभी भारतीय उपभोक्ताओं के लिए तत्काल शुरू करने को लेकर औपचारिक अनुमति देने का आग्रह करता हूं। साथ ही हमें डिजिटल सशक्तिकरण और वित्तीय समावेशन के जरिए भारतीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने वाली उपयोगी एवं सुरक्षित सेवा पेश करने का अवसर दीजिए।”
व्हाट्सएप के एक प्रवक्ता ने संपर्क किए जाने पर बताया, 'आज के समय में भारत में करीब दस लाख लोगों पर व्हाट्सएप भुगतान सेवाओं का परीक्षण किया जा रहा है। लोगों की प्रतिक्रिया बहुत सकारात्मक है और लोग संदेश की तरह सामान्य एवं सुरक्षित तरीके से रुपए भेजने की सुविधा का लाभ भी ले रहे हैं।' (भाषा)