उन्होंने कहा, 'बहुत सारे ऐसे शंहशाह (राजा) हुए हैं जो अपनी मुद्रा लेकर आए। कुछ ने नई मुद्रा को चलन में लाने के साथ-साथ पहले वाली मुद्रा का भी चलन जारी रखा। लेकिन 700 साल पहले एक शंहशाह मोहम्मद बिन तुगलक था जो नई मुद्रा लेकर आया और पुरानी मुद्रा के चलन को समाप्त कर दिया।' (भाषा)