अर्द्धसैनिक बलों के लिए 'योग पदक'

रविवार, 12 जून 2016 (14:39 IST)
नई दिल्ली। देश 21 जून को दूसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की तैयारी में है और सरकार की योजना केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के लिए 'योग पदक' की शुरुआत करने की है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से व्यक्ति को दुरुस्त रखने वाले पुरातन भारतीय परंपरा में असाधारण कौशल दिखाने वाले जवानों को इस पदक से सम्मानित करने की सरकार की योजना है।
 
इसके अलावा सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से सेवानिवृत्त हो रहे जवानों को मास्टर योग प्रशिक्षक के रूप में फिर से नियुक्त करने की योजना भी बनाई है। इसको लेकर सरकार का लक्ष्य सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और बीएसएफ के करीब 9 लाख कर्मियों के जरिए प्रशिक्षकों का एक स्थायी स्रोत तैयार करना है।
 
इन बलों और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की हाल में हुई बैठक में ये 2 अहम निर्णय लिए गए। इसमें निर्णय किया गया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन विभिन्न राज्यों और अन्य प्रमुख शहरों में करीब 30,000 जवान हिस्सा लेंगे।
 
चंडीगढ़ में जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योग दिवस समारोह में हिस्सा लेने की संभावना है, वहां 2,000 से अधिक जवान हिस्सा लेंगे जिनमें से बहुसंख्य भारत-तिब्बत सीमा पुलिस से लिए गए हैं।
 
इस संबंध में तैयार किए गए एक खाके के अनुसार देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया है, जो उन जवानों को योग पदक देने की अनुशंसा करेंगे, जो न सिर्फ विभिन्न आसनों को करने में पारंगत हैं बल्कि योग शिक्षक के रूप में भी उनका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा हो।
 
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीमा सुरक्षा बल, आईटीबीपी और सशस्त्र सीमा बल को ऐसे जवानों की पहचान करने के लिए कहा गया है। इसके लिए यह भी जरूरी है कि इस पदक के लिए चुने गए जवान इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। (भाषा) 

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