विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सचिव जे एस संधु ने इस बारे में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि आयोग को मानव संसाधन विकास मंत्रालय से 13 मई 2016 को पत्र प्राप्त हुआ था जो आयुष मंत्रालय से संबद्ध फिजियोथेरापी में स्नातक एवं स्नाकतोत्तर स्तर पर योग के पाठ्यक्रम के सुझाव से संबंधित थे।
फिजियोथेरापी में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में योग को शामिल करने के संबंध में आयुष मंत्रालय की ओर से पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। आयोग ने पत्र में कहा है कि इसे फिजियोथेरापी के पाठ्यक्रम में शामिल करने का आग्रह किया जाता है। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालयों में योग शिक्षा शुरू करने के लिए गठित की गई समिति ने रिपोर्ट सौंप दी है।(भाषा)