हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्रसिंह द्वारा चुनाव अधिकारियों से सही तरीके से व्यवहार करने की बात कहे जाने को लेकर चुनाव आयोग ने मंगलवार को उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया।
आयोग ने सिंह के खिलाफ रिपोर्ट मिलने के बाद नोटिस जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री ने लाल बत्ती लगी गाड़ी को रोके जाने का विरोध किया था। उन्होंने इस संबंध में उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक की ओर से की गई कार्रवाई को अवैध बताया था।
चुनाव आयोग ने कहा आपने अधिकारियों को सही तरीके से व्यवहार करने को लेकर चेतावनी दी क्योंकि आपने उन्हें जिले में नियुक्त किया। आपने आगे कहा कि आचार संहिता कानून नहीं है और आपको पता है कि कानून क्या हैं।
पूरे मामले पर गंभीर रूख अख्तियार करते हुए आयोग ने कहा कि यह चुनाव प्रक्रिया में दखल और चुनाव अधिकारियों को धमकाए एवं डराए जाने का मामला है।
चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री से 15 नवंबर की सुबह तक मामले में जवाब माँगा है। आयोग ने यह भी कहा कि बिना मुख्य चुनाव अधिकारी की अनुमति के शिमला से मुख्यमंत्री के प्रचार के लिए निजी वाहन लाना आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है।