प्याज भोजन से लेकर सलाद तक का अभिन्न हिस्सा है। हालांकि कई लोग प्याज का सेवन नहीं करते, लेकिन जो लोग करते हैं, उनके लिए तो इसके बगैर खाना बेस्वाद सा होता है। सिर्फ स्वाद के लिए ही प्याज का उपयोग नहीं होता, सेहत के लिए भी यह लाभकारी होता है। गर्मी में तो यह और भी जरूरी हो जाता है। जानिए प्याज के बारे में ऐसी बातें, जो आप नहीं जानते...
आपने सुना ही होगा कि प्याज के छिलके निकालने से क्या फायदा। परंतु शायद कम ही लोग जानते हैं कि प्याज के इन्हीं छिलकों में स्वास्थ्य और स्वाद का खजाना छिपा हुआ है। दिखने में साधारण-सा प्याज एक बेहतरीन सब्जी भी है और एक बेजोड़ औषधि भी।
प्याज वस्तुतः एक पत्तेदार सब्जी है। हां, यह जरूर है कि इसके पत्तों का अधिकांश भाग जमीन के अंदर होता है। ये पत्ते भी विचित्र हैं, पालक-मेथी की तरह चपटे न होकर गोल हैं, पोंगली की तरह। प्याज के पत्ते कुछ जमीन के अंदर रहते हैं, कुछ बाहर। जो हिस्सा जमीन के बाहर निकल आता है वह हरा-गोल होता है और जो हिस्सा जमीन के अंदर ही रहता है वह सफेद या हल्का गुलाबी रहता है। पत्तों का निचला हिस्सा मांसल व गूदेदार होता है। प्याज का कंद पत्तियों के इन्हीं निचले हिस्सों से बनता है।
प्याज को दूसरों शब्दों में हम एक जमीनी कली भी कह सकते हैं। इसकी ऊपरी हरी और नीचे की सफेद गुलाबी-मांसल दोनों प्रकार की पत्तियां बड़े चाव से खाई जाती हैं। आलू के बाद सबसे ज्यादा खाई जाने वाली सब्जी है प्याज।
ऐसा माना जाता है कि प्याज की उत्पत्ति ईरान, पश्चिमी पाकिस्तान और उत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों में हुई है। प्याज की प्राचीनता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिरामिड निर्माता भी प्याज खाते थे। प्याज प्राचीन मिस्र में प्रिय भोजन सामग्री था। वहां के मकबरों पर इसे उकेरा गया है। यही नहीं ममियों के साथ भी प्याज मिले हैं। प्याज का जिक्र बाइबल और कुरान में भी आया है। कहने का आशय यह है कि प्याज का जिक्र हिप्पोक्रेटस से आज तक होता आया है।
प्याज में केलिसिन और रायबोफ्लेविन (विटामिन बी) पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें 11 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होता है और इसकी गंध एन-प्रोपाइल-डाय सल्फाइड के कारण आती है। यह पदार्थ पानी में घुलनशील अमीनों अम्लों पर एन्जाइम की क्रिया के कारण बनता है। यही कारण है कि प्याज को काटने पर ही आंसू आते हैं।
हम प्याज का सलाद एवं सब्जी के रूप में तो उपयोग करते ही हैं, यह एक बेहतरीन औषधि भी है। प्याज अजीर्ण और पतले दस्त में लाभकारी है। यह जीवाणुरोधी, तनावरोधी व दर्द निवारक, कम सारक, मधुमेह नियंत्रक, प्रदाह निवारक, पथरी हटाने वाला और गठियारोधी भी है।
कहा तो यह भी गया है कि त्वचा पर घिसने से यह बालों में वृद्धि करता है। लू-लपट में घर से निकलने के पूर्व जेब में प्याज रखकर निकलने की हिदायत तो बुजुर्ग देते ही रहते हैं।