Aashadh gupt navratri 2022: 30 जून 2022, गुरुवार से आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो गई है जो 8 जुलाई तक रहेगी। इस नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की साधना या आराधना की जाती है और वह भी गुप्त या एकांत रूप से इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं।
गुप्त नवरात्रि की 10 देवियां:- 1.काली, 2.तारा, 3.त्रिपुरसुंदरी, 4.भुवनेश्वरी, 5.छिन्नमस्ता, 6.त्रिपुरभैरवी, 7.धूमावती, 8.बगलामुखी, 9.मातंगी और 10.कमला। उक्त दस महाविद्याओं का संबंध अलग अलग देवियों से हैं।
क्यों करते हैं एकांत में साधना?
1. गुप्त नवरात्रि विशेषकर तांत्रिक क्रियाएं, शक्ति साधना, महाकाल आदि से जुड़े लोगों के लिए विशेष महत्त्व रखती है। इसीलिए इसे एकांत में किया जाता है।
5. भगवान विष्णु शयन काल की अवधि के बीच होते हैं तब देव शक्तियां कमजोर होने लगती हैं। उस समय पृथ्वी पर रुद्र, वरुण, यम आदि का प्रकोप बढ़ने लगता है इन विपत्तियों से बचाव के लिए गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की गुप्त रूप से उपासना की जाती है।