निम्नलिखित मंत्रों में से अपनी रुचि के अनुसार कोई एक मंत्र का प्रयोग करें। श्रद्धा व विश्वास से कार्यसिद्धि होगी। नवरात्र में माता सरस्वती का चित्र श्वेत वस्त्र पर स्थापित कर यथाशक्ति पूजन करें। नैवेद्य में दूध की बनी मिठाई का भोग लगाएं। अंत में दुर्गाजी से क्षमा-प्रार्थना व आरती करें।
1. 'ॐ ऐं नम:' नित्य स्फटिक की माला से 21-51-101 माला करें।
ज्ञान, भक्ति, शांति तथा मोक्ष प्राप्त करने के लिए रात्रि 10 से 12 बजे तक रुद्राक्ष की माला से कमर तक जल में बैठकर 'ॐ नम: शिवाय' जपें। दिन में आशुतोष शिव का यथाशक्ति पूजन-अभिषेक करें। दुग्ध धारा से अभिषेक करने से ज्ञान व शांति तथा तीर्थ जल से अभिषेक करने से मोक्ष मिलता है।