नई दिल्ली। भाजपा आज योगगुरु रामदेव के बचाव में उतरी। रामदेव अपनी इस टिप्पणी के कारण विवादों में आए हैं कि राहुल गांधी दलितों के घरों में 'हनीमून' मनाने जाते हैं। भाजपा ने कहा कि रामदेव संत हैं और उनके शब्दों को उसी परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए, जिस परिप्रेक्ष्य में वे कहे गए हैं।
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, रामदेव संत हैं। जब वे हनीमून जैसे शब्द का चयन करते हैं, जो अंग्रेजी का है तो परिप्रेक्ष्य समझना चाहिए और इसके गलत मायने नहीं निकालने चाहिए।
उन्होंने कहा कि रामदेव द्वारा कहे गए शब्द का वह मतलब जरा भी नहीं है, जैसा कांग्रेस नेता अपनी धारणा के हिसाब से देख रहे हैं।
एक अन्य भाजपा नेता उदित राज, जो खुद दलित हैं, ने कहा कि रामदेव ने दलितों के खिलाफ कुछ गलत नहीं कहा है और दलितों के प्रति उनकी भावना गलत नहीं है।
उन्होंने कहा कि हनीमून शब्द अलग-अलग परिप्रेक्ष्यों में देखा जाता है। पार्टियों, लोगों के बीच हनीमून होता है और कारोबारी समुदाय के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है। इसका इस्तेमाल यह कहने के लिए भी किया जाता है कि अरविन्द केजरीवाल का हनीमून खत्म हो गया। इसे इसी परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए और रामदेव के शब्दों का कोई गलत अर्थ नहीं निकालना चाहिए।
उदित राज ने कहा कि हनीमून के व्यापक मायने हैं और इसका केवल एक अर्थ नहीं है लेकिन यदि रामदेव ने गलत कहा होता तो खुद वे और अन्य कई लोग इसका विरोध करते। उन्होंने कहा कि शब्द का अर्थ और इसके इस्तेमाल के पीछे की मंशा को सही परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए। स्वामी रामदेव ऐसे नहीं हैं कि किसी गलत परिप्रेक्ष्य के लिए इस शब्द का स्तेमाल करें। दलितों के प्रति उनकी मंशा गलत नहीं है।
राज ने रामदेव की टिप्पणी को यह कहते हुए उचित ठहराया कि दलित के घर में केवल खाना खाने या सो लेने से ही उनके जीवन में बदलाव नहीं आ जाता, जैसा राहुल गांधी दर्शाते हैं।
भारत में लंबे समय से सत्ता में रहने के बावजूद दलितों का कोई उन्नयन नहीं करने के लिए कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि राहुल दलितों को अपने घर क्यों नहीं बुलाते।
जब पूछा गया कि रामदेव तो भाजपा के सदस्य नहीं हैं तो भाजपा उनके लिए स्पष्टीकरण क्यों दे रही है, राज ने कहा कि हमें स्पष्टीकरण देने की इसलिए जरूरत है क्योंकि रामदेव भाजपा का समर्थन करते आए हैं और इसी वजह से उनका समर्थन करना हमारा कर्तव्य है। (भाषा)