नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी द्वारा दूरदर्शन को दिए गए साक्षात्कार को लेकर विवाद शुक्रवार को और गहरा गया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के इस दावे का खंडन किया कि दोनों के बीच नजदीकियां हैं। पटेल ने कहा कि यह बयान निराधार और पूरी तरह झूठ है।
उन्होंने कहा कि उनके बीच मुलाकात या दोनों के बीच दोस्ती होने संबंधी मोदी का हास्यास्पद दावा एक राजनीतिक हथकंडा है ताकि चुनाव के बीच भ्रम पैदा किया जा सके। पटेल ने कहा कि अगर इस बात का कोई सबूत है कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से कोई फायदा लिया है तो वह सार्वजनिक जीवन त्याग देंगे।
उन्होंने कहा कि यह भ्रम पैदा करने का राजनीतिक हथकंडा है और चुनाव के बीच में संदेह के बादल पैदा करता है। कैसे मोदी मेरे साथ दोस्ती कर सकते हैं जब वह अपनी ही पार्टी में दोस्ती रखने में सक्षम नहीं हो सके।
पटेल ने जोर दिया कि उनकी मोदी के साथ न तो उनके कार्यालय में या उनके आवास पर कोई मुलाकात हुई और न ही उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री से कोई फायदा लिया है। पटेल ने कहा कि मोदी उनके घर पर भोजन के लिए आए थे जब वह 1980 के दशक में भाजपा के महासचिव थे।
इसके अतिरिक्त मेरी मोदी के साथ 2002 में गुजरात के सांप्रदायिक दंगों से पहले या बाद में आमने-सामने कोई बैठक नहीं हुई।
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने दूरदर्शन को दिए गए साक्षात्कार में कहा था कि अहमदभाई कांग्रेस में मेरे बेहद अच्छे दोस्तों में से एक हैं। वह अब वैसे नहीं है। शायद उन्हें अब कोई कठिनाई हो रही है और वह मुझसे बचते हैं क्योंकि वह मेरा फोन भी नहीं उठाते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं उनके आवास पर भोजन करने जाता था। यह अच्छी मित्रता थी और मेरा मानना है कि व्यक्तिगत मित्रता बनी रहनी चाहिए। (भाषा)