रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रेल किरायों में लगातार पाँचवें साल भी कोई वृद्धि नहीं कर भारतीय रेल के इतिहास में मंगलवार को एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
उलटे उन्होंने 2008-09 के बजट में किरायों में पाँच से सात प्रतिशत की कमी करने और माल भाड़े में चौतरफा वृद्धि न करने के साथ-साथ बुजुर्ग महिलाओं, छात्राओं-छात्रों, एड्स रोगियों और अशोक चक्र विजेता सैनिकों के लिए यात्रा में अनेक रियायतें देने की घोषणा की।
लोकसभा में भारी हंगामे के बीच अपना भाषण पूरा करते हुए रेलमंत्री ने 50 किलोमीटर तक की गैर उपनगरीय यात्रा पर प्रति टिकट एक रुपया छूट देने और उससे ऊपर के किराए में पाँच प्रतिशत की कमी करने का भी ऐलान किया।
उन्होंने एसी प्रथम श्रेणी का किराया सात प्रतिशत और एसी द्वितीय श्रेणी का किराया चार प्रतिशत सस्ता कर दिया है, जिससे रेलवे सस्ते किरायों पर सेवा देने वाली एयरलाइनों को टक्कर दे सकेगी। रेलमंत्री ने लगातार दूसरे साल वातानुकूलित श्रेणी के किरायों में कटौती की है।
यादव ने कहा कि ज्यादा स्लीपर बर्थों वाले नई डिजाइन के आरक्षित सवारी डिब्बों में छूट में बढ़ोतरी की जाएगी। रेलमंत्री ने उद्योग जगत को माल भाड़े के मामले में राहत देते हुए भाड़ा दरों में सामान्य रूप से कोई वृद्धि नहीं की है। उन्होंने पेट्रोल और डीजल के भाड़े में पाँच प्रतिशत तक की कमी करने की घोषणा की जिससे पेट्रोलियम पदार्थों में हाल में की गई मूल्यवृद्धि का असर कुछ कम करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने फ्लाई ऐश के भाड़े में 14 प्रतिशत की भारी कमी करने की घोषणा की जिससे ट्रक मालिकों को रेलवे से बड़ी चुनौती मिलेगी। पूर्वोत्तर राज्यों के लिए माल भाड़े में 6 प्रतिशत की एक और छूट देने का बजट में प्रस्ताव है।
यादव ने अपनी नई खोज गरीब रथ एक्सप्रेस गाड़ियों का काफिला और बढ़ाते हुए 2008-09 में इस तरह की 10 नई गाड़ियाँ चलाने की घोषणा की। उन्होंने 53 नई यात्री गाड़ियाँ शुर करने, 16 गाड़ियों की मंजिल बढ़ाने और 11 गाड़ियों के फेरे बढ़ाने की भी घोषणा की।
रेलमंत्री ने मुंबई की जान कही जाने वाली उप नगरीय गाडियों में 300 नई सेवाएँ जोड़ने की भी घोषणा की। यादव ने इस बार के बजट में अपने गृह राज्य बिहार का पहले की तरह खास ध्यान रखने के साथ-साथ महाराष्ट्र और वामपंथी शासित केरल, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों का भी ध्यान रखा है।
उन्होंने अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों के कल्याण के नाम पर लाइसेंसधारी कुलियों को गैंगमैन जैसे चतुर्थ श्रेणी के पदों पर शामिल करने, रेलवे में अल्पसंख्क प्रकोष्ठों की स्थापना तथा रेलवे भर्ती की परीक्षाएँ उर्दू में लेने जैसी घोषणाएँ कीं, जो चुनावी वर्ष की घोषणाएँ मानी जा रही हैं।
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे में दो वर्ष के अंदर टिकट खिड़कियों पर लाइन की समस्या को खत्म कर दिया जाएगा। इसके लिए संचार और कंप्यूटर प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर मोहल्ले-मोहल्ले में टिकट बिक्री सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी तथा लोगों को मोबाइल पर टिकट बुक कराने की भी सुविधा मिलेगी।
रेल मंत्री ने यात्री सुविधाओं को आधुनिक बनाने के लिए सन 2012 तक 36 हजार सवारी डिब्बों में हवाई जहाजों जैसे डिस्चार्ज फ्री शौचालय लगाने पर 4000 करोड़ रुपए खर्च करने, चलती गाड़ियों में यात्रा के दौरान भी साफ सफाई की व्यवस्था और प्रमुख स्टेशनों पर स्वचालित सीढ़ियों और लिफ्ट आदि का इंतजाम करने की घोषणा की।
उन्होंने रेल सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे सुरक्षा बल के सिपाहियों के 5700 और उप निरीक्षकों के 993 पद भरने तथा आतंकवादी हमलों से बचाव के लिए प्रमुख स्टेशनों पर क्लोज सर्किट टेलीविजन, मेटल डिटेक्टर, माल की स्कैनिंग और विस्फोटकों का पता लगाने के लिए एकीकृत सुरक्षा व्यवस्था शुरू करने की भी घोषणा की।