गूढ़ राजनीतिक विषयों, सामाजिक परिवेश और देश के समक्ष ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने वाले मानव संसाधन विकास मंत्री अर्जुनसिंह फिल्म और संगीत के भी शौकीन हैं। उनकी पसंदीदा फिल्म 'दो बीघा जमीन' है।
अर्जुनसिंह ने अपने जीवन पर आधारित पुस्तक 'मोहिं कहा विश्राम' में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि फिल्में देखने जाता हूँ। पहले ज्यादा जाता था। अब कम जा पाता हूँ। अभी कुछ ही दिनों पहले 'चक दे इंडिया' देखने गया था।
जब उनसे पूछा गया कि फिल्में परिवार के दबाव में देखने जाते हैं या अपनी इच्छा से तो अर्जुनसिंह ने कहा दोनों बातें हैं। कभी कभी परिवार के दबाव में भी जाता हूँ और कभी मन भी करता है।
उन्होंने कहा मुझे ऐतिहासिक या फिर सामाजिक प्रश्नों पर बनी हुई फिल्में अच्छी लगती हैं। बलराज साहनी की 'दो बीघा जमीन' बहुत पसंद थी। ऋषिकेश मुखर्जी ने कुछ बहुत अच्छी फिल्में बनाई हैं।
गीत-संगीत के बारे में उन्होंने कहा तलत का एक गाना काफी पसंद है 'तस्वीर तेरी दिल मेरा बहला न सकेगी, मैं बात करूँगा, मगर वह कुछ न कहेगी। सीने से लगा लूँगा, मगर वह चुप ही रहेगी...।'
गौरतलब है कि यह पुस्तक अर्जुनसिंह के साक्षात्कार के आधार पर लिखी गई है। इसके संपादक डॉ. कन्हैयालाल नंदन ने इसमें उनसे राजनीति से लेकर सामाजिक परिवेश तथा यौन शिक्षा से लेकर फिल्मों में उनकी रुचि को लेकर दिलचस्प बातचीत की है।